Monday 4 March 2013


                                                           A Must Read Touchy Story


प्राथमिक पाठशाला की एक शिक्षिका ने अपने छात्रों को एक निबंध लिखने को कहा. विषय था “भगवान से आप क्या बनने का वरदान मांगेंगे” इस निबंध ने उस क्लास टीचर को इतना भावुक कर दिया कि रोते-रोते उस निबंध को लेकर वह घर आ गयी. पति ने रोने का कारण पूछा तो उसने जवाब दिया इसे पढ़ें, यह मेरे छात्रों में से एक ने यह निबंध लिखा है..
निबंध कुछ इस प्रकार था:-

हे भगवान, मुझे एक टीवी बना दो क्योंकि तब मैं अपने परिवार में ख़ास जगह ले पाऊंगा और बिना रूकावट या सवालों के मुझे ध्यान से सुना व देखा जायेगा. जब मुझे कुछ होगा तब टीवी खराब की खलबली पूरे परिवार में सबको होगी और मुझे जल्द से जल्द सब ठीक हालत में देखने के लिए लालायित रहेंगे. वैसे मम्मी पापा के पास स्कूल और ऑफिस में बिलकुल टाइम नहीं है लेकिन मैं जब अस्वस्थ्य रहूँगा तब मम्मी का चपरासी और पापा के ऑफिस का स्टाफ मुझे सुधरवाने के लिए दौड़ कर आएगा. दादा का पापा के पास कई बार फोन चला जायेगा कि टीवी जल्दी सुधरवा दो दादी का फेवरेट सीरियल आने वाला हे. मेरी दीदी भी मेरे साथ रहने के लिए के लिए हमेशा सबसे लडती रहेगी. पापा जब भी ऑफिस से थक कर आएँगे मेरे साथ ही अपना समय गुजारेंगे. मुझे लगता है कि परिवार का हर सदस्य कुछ न कुछ समय मेरे साथ अवश्य गुजारना चाहेगा मैं सबकी आँखों में कभी ख़ुशी के तो कभी गम के आंसू देख पाऊंगा. आज मैं “स्कूल का बच्चा” मशीन बन गया हूँ. स्कूल में पढ़ाई घर में होमवर्क और ट्यूशन पे ट्यूशन ना तो मैं खेल पाता हूँ न ही पिकनिक जा पाता हूँ इसलिए भगवान मैं सिर्फ एक टीवी की तरह रहना चाहता हूँ, कम से कम रोज़ मैं अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ अपना बेशकीमती समय तो गुजार पाऊंगा.

पति ने पूरा निबंध ध्यान से पढ़ा और अपनी राय जाहिर की. हे भगवान ! कितने जल्लाद होंगे इस गरीब बच्चे के माता पिता !

पत्नी ने पति को करुण आँखों से देखा और कहा,…… यह निबंध हमारे बेटे ने लिखा है !!




Such a marvellous piece !!




प्राथमिक पाठशाला की एक शिक्षिका ने अपने छात्रों को एक निबंध लिखने को कहा.
A teacher in a Primary School, asked her students to write an essay ..

विषय था “भगवान से आप क्या बनने का वरदान मांगेंगे”
The topic was ” What would you wish for God to make you” …

इस निबंध ने उस क्लास टीचर को इतना भावुक कर दिया कि रोते-रोते उस निबंध को लेकर वह घर आ गयी.
This essay, got the teacher so emotional, that she went home clutching the essay , in tears ..

पति ने रोने का कारण पूछा तो उसने जवाब दिया इसे पढ़ें, यह मेरे छात्रों में से एक ने यह निबंध लिखा है..
When the husband asked her the reason for her tears, she handed him the essay to read saying that it had been written by one of her students …

निबंध कुछ इस प्रकार था:-
This is what the essay was …


हे भगवान, मुझे एक टीवी बना दो
Dear God, make me into a TV …

क्योंकि तब मैं अपने परिवार में ख़ास जगह ले पाऊंगा
because then i shall find a special place within my family ..

और बिना रूकावट या सवालों के मुझे ध्यान से सुना व देखा जायेगा.
.. and without being stopped, or questioned, I shall be heard and looked at ..

जब मुझे कुछ होगा तब टीवी खराब की खलबली पूरे परिवार में सबको होगी और मुझे जल्द से जल्द सब ठीक हालत में देखने के लिए लालायित रहेंगे.
Every time when something goes wrong with me, there shall be great concern, and everyone would want to desperately get me to be well again ..

वैसे मम्मी पापा के पास स्कूल और ऑफिस में बिलकुल टाइम नहीं है
My Mother and my Father really do not have any time other than their School and Office work …

लेकिन मैं जब अस्वस्थ्य रहूँगा तब मम्मी का चपरासी और पापा के ऑफिस का स्टाफ मुझे सुधरवाने के लिए दौड़ कर आएगा. ..
.. but when I shall be ‘unwell’, my Mother shall immediately send her School peon and my Father his Office Staff, to get me well again asap …

दादा का पापा के पास कई बार फोन चला जायेगा कि टीवी जल्दी सुधरवा दो
..My Grandfather shall phone my Father, to get the Tv fixed and put it in order immediately ..

दादी का फेवरेट सीरियल आने वाला हे.
…because my Grandmother’s favorite serial is about to start ..

मेरी दीदी भी मेरे साथ रहने के लिए हमेशा सबसे लडती रहेगी.
… My Sister too shall continuously fight to remain with me ..

पापा जब भी ऑफिस से थक कर आएँगे मेरे साथ ही अपना समय गुजारेंगे.
… My Papa too, when he returns from office, tired and exhausted, shall spend time with me ..

मुझे लगता है कि परिवार का हर सदस्य कुछ न कुछ समय मेरे साथ अवश्य गुजारना चाहेगा
.. i feel that each member of my family would definitely want to spend some of their time with me ..

मैं सबकी आँखों में कभी ख़ुशी के तो कभी गम के आंसू देख पाऊंगा.
.. I shall be able to see at times, tears of pain and happiness, in their eyes ..

आज मैं “स्कूल का बच्चा” मशीन बन गया हूँ.
Today this ‘school going child’ has become a machine ..

स्कूल में पढ़ाई घर में होमवर्क और ट्यूशन पे ट्यूशन
Study in School, home work at home, and then tuition upon tuition ..

ना तो मैं खेल पाता हूँ न ही पिकनिक जा पाता हूँ
… neither do I get time to play or to go on picnics ..

इसलिए भगवान मैं सिर्फ एक टीवी की तरह रहना चाहता हूँ,
.. that is why dear God, I only wish to live like a Tv set ..

कम से कम रोज़ मैं अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ अपना बेशकीमती समय तो गुजार पाऊंगा.
At least then I shall get an opportunity to spend my invaluable time, with all the members of my family ..!!!

पति ने पूरा निबंध ध्यान से पढ़ा और अपनी राय जाहिर की.
The husband read this essay with great interest and then gave his opinion ..

हे भगवान ! कितने जल्लाद होंगे इस गरीब बच्चे के माता पिता !
Oh ! God ! How ruthless must be the Mother and Father of this student !!

पत्नी ने पति को करुण आँखों से देखा और कहा,……
The wife, with tender compassionate eyes, looked up at her Husband, and said ..

यह निबंध हमारे बेटे ने लिखा है !!
“This essay has been written by our Son !!”




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